मऊरानीपुर। झांसी डीएपी खाद लेने के लिए पीसीएफ केंद्र मऊरानीपुर पहुंचे कई सैकड़ा किसान पीसीएफ केंद्र बंद होने से खाद न होने से मायूस होकर लौट किसान।
इन दोनों जनपद झांसी में खाद के लिए किसानों में हाहाकार मचा हुआ है खाद के लिए खाद वितरण केंद्रों पर किसानों की लंबी-लंबी कतारे लग रही है सुबह से शाम तक लाइन लगाने के बाद भी किसानों को खाद नसीब नहीं हो पा रही है आज मऊरानीपुर पीसीएफ केंद्र में सुबह 6:00 बजे से सैकड़ों की संख्या में किसान आ धमके पीसीएफ केंद्र बंद होने से एवं खाद न होने से गुस्साए किसानों ने उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार के नेतृत्व में पीसीएफ केंद्र के बाहर जोरदार प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की यूपी किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार ने किसानों की दर्द भरी दास्तां सुनी और तुरंत उपजिला अधिकारी मऊरानीपुर से फोन के माध्यम किसानों की पीड़ा को अवगत कराया जिस पर उप जिला अधिकारी ने कहा आज शाम 3:00 बजे तक झांसी से खाद आ जाएगा कल वितरण होगा तब किस माने और अपने-अपने घरों को चले गए। यूपी किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार ने किसानों की वेदना पीड़ा को सुना किसानों ने बताया साहब खेती समय की होती है समय पर पानी बीज खाद की आवश्यकता होती है अगर समय पर यह चीज नहीं मिलेगी तो हम सब लोगों की खेती बर्बाद हो जाएगी किसानों ने कहा साहब लगातार 6 दिनों से हम पीसीएफ केंद्र मऊरानीपुर आ रहे हैं गांव में बनी हुई सोसाइटियों में खाद है नहीं मजबूरन हम लोगों को मऊरानीपुर पीसीएफ केंद्र आना पड़ता है जहां पर हमको खाद नहीं मिलती है सुबह से लेकर शाम तक लाइन लगते हैं हमारा नंबर आते-आते खाद खत्म हो जाता है ऐसे में तो हमारे खेतों की नमी चली जाएगी और हम लोग दोबारा पलेवा करने की स्थिति में नहीं है इसलिए हम किसानों की समस्या को शासन प्रशासन एवं सरकार ध्यान दें और हम लोगों को खाद मुहैया कराए जिससे हम लोग समय पर अपने खेतों में फसलों को बो सकें। यूपी किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने कहा अगर सरकार शासन प्रशासन जनपद के सभी सोसाइटियों और पीसीएफ केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद यूरिया खाद की आपूर्ति नहीं करती है तो मजबूरन किसान कांग्रेस रोड पर उतरेगी आंदोलन करेगी। पीसीएफ केंद्र पर मौजूद किसान सेवक शेखर राज बडोनिया प्यारेलाल बेधडक पन्नालाल पचवई सुमित अतपेई लालाराम चुरारा ओमकार चुरारा पहलवान चुरारा अशोक कृष्णा चुरारा बालदींन हरपुरा सोहनलाल हरपुरा रामकिशन कुशवाहा इटायल आसाराम धवाकर चंद्रपाल यादव अतपेई उत्तमचंद कोटरा ईश्वर दास धवाकर सुरेश कुमार धौर्रा मोतीलाल टपरियन द्वारका प्रसाद कोटरा रामपाल बुढ़िया राजू इटायल विक्रम बुड़िया महेंद्र बखतर रामबाबू कोटरा किशोरी कोटरा आशीष सोनकपुरा लल्लू कुशवाहा मऊ दयाराम रोनी गुरु दयाल मेड की गजेंद्र मेडकी बृज किशोर सिंगरवारा मीरा देवी मऊ बलराम चितावत मुरली रोनी बलराम कोटरा स्यावरी प्रकाश चुरारा प्रभु चुरारा रामदास भघोरा प्यारेलाल पाल खानपुरा अमर सिंह खानपुरा हरिशंकर कुआंगांव बालकिशन बाघोरा परशुराम चितावत मुकेश चुरारा परमेन्द्र मथुपरा रामकृष्ण इटायल देवीदींन रूपा धमना परमानंद धौर्रा वृंदावन धौर्रा अल्ला रक्की धौर्रा रामस्वरूप चितावत अजीत धौर्रा ईश्वर दास रूपा धमना रईस धवाकर माया चुरारा कमलेश बड़गांव हलकई गढ़वा पवन यादव घमंडी लाल चितावत आसाराम धवाकर कन्हैयालाल सुरेंद्र मड़ा मौजा मनोज खरे सहित कई सैकड़ो किसान मौजूद रहे।