मऊरानीपुर(झांसी) देश देहातो से चलता है। इसी लिए चाहे केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार हो गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए अपना खजाना खोले तमाम योजनाएं ग्रामीणों के हितो में चला रही है।लेकिन अधीनस्थ योजनाओं में दीमक की तरह चिपके उसे खोखला कर रहे है।इसकी एक बानगी खंड ब्लॉक बगरा के ग्राम प ठा करका से सामने आई है यहां के निवासी जगत सिंह पाल,धर्मेंद्र पाल,कौशल बिरथरे ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत में 126 पी एम् आवास सूचीबद्ध होकर आए।आरोप लगाया कि खंड ब्लॉक अधिकारी की शह पर प्रधान,सचिव,रोजगार सेवक बेखौफ होकर हर आवास को चयनित करने के लिए दलालों द्वारा आवास आवंटन में पात्रता को ताक पर रख बीस हजार रूपए की मांग कर रहे।जबकि सूचीबद्ध आवासों की पात्रता के माप दंड में डोर टू डोर सर्वे करके ही सरकारी धन लाभार्थियों को दिए जाए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा वहीं यही की निवासी प्रियंका सिंह ने बताया कि उनका आवास पात्रता सूची में होने के बाद भी काट दिया गया क्योंकि उसके पास 20 हजार रूपए नहीं है अन्यथा वह भी पात्र बन जाती।उपरोक्त सभी ने जिला अधिकारी,मुख्य विकास अधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में जन प्रतिनिधि,सचिव,रोजगार सेवक व दलालों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए आवास आवंटन में सरकारी नियमावली के तहत पात्रता के आधार पर धन उपलब्ध कराने की मांग की।
बीस हजार दो,आवास लो,के खिलाफ उठी आवाज*
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जनवरी 30, 2023
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