मऊरानीपुर(झांसी) बर्ष 2019 - 21 बीमा क्लेम व खरीफ फसल का मुआवजा दिया जाए- शिवनारायण परिहार
उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले जनपद झांसी के ग्राम किशोरपुरा में आज विशाल किसान पंचायत हुई जिसमें समस्याओं को लेकर किसान खूब गरजे जिम्मेदारों को खरी-खोटी सुनाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी पंचायत में प्रमुख रूप से 2019 बीमा क्लेम 2021 खरीफ फसल मुआवजा बीमा क्लेम गौशाला निर्माण पेयजल विद्युत कटौती रोड निर्माण पेंशन आवास की समस्याओं को लेकर पंचायत में चिंतन मंथन किया गया समस्याओं को हल ना होने पर आंदोलन की रणनीति बनाई गई ।
किसान सुरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया गांव में अस्थाई गौशाला है जिसमें जानवरों के खानपान की कोई व्यवस्था नहीं है खरीफ फसल की बुवाई का समय आ गया है बुवाई के पहले गांव में स्थाई रूप से गौशाला बनाई जाए जिसकी देखभाल सरकार करें। किसान नेता अजय पाठक ने कहा खरीफ 2019 का बीमा क्लेम व 2021 का बीमा क्लेम व बर्बाद खरीफ फसल का मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया पीएनबी बैंक रेवन में किसानों के खाते हैं खातों से प्रीमियम काट लिया जाता है और जब बीमा क्लेम देने की बारी आती है तो बीमा क्लेम नहीं दिया जाता बैंकों में पूछने पर बैंक वाले कुछ नहीं बताते बैंक की तानाशाही से ग्रामीण किसान परेशान है। किसान मुन्ना लाल ने कहा किशोरपुरा हरिजन बस्ती की सीसी रोड उखड़ गई है जल्द बनवाई जाए। महिला किसान सुनीता देवी ने बताया पेयजल की परेशानी है हरिजन बस्ती में 3 नए हैंडपंप लगवाए जाएं। उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा भाजपा सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है किसानों के केसीसी कार्ड से बैंक बीमा प्रीमियम काटती है फसलें बर्बाद होती हैं बर्बाद फसलों का फिर बीमा क्लेम नहीं दिया जाता 2019 का जनपद झांसी में आज भी हजारों किसानों का बीमा क्लेम बकाया है 2021 में अतिवृष्टि से किसानों की खरीफ की फसल संपूर्ण रूप से नष्ट हुई थी जिसका 1 साल बीत जाने के बाद आज तक मुआवजा नहीं दिया गया आज किसान सरकार की गलत नीतियों का शिकार है कमरतोड़ महंगाई विद्युत कटौती सिंचाई हेतु पानी उपज के दाम घटने से किसान परेशान खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है किसानों की समस्याओं का निराकरण जल्द जिम्मेदार नहीं करते तो मजबूर किसान कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी। पंचायत में प्रमुख रूप से मुन्नालाल नारायण लडेती रामाधीन पप्पू भाई अजय पाठक प्रीतम बम्होरी बाई शीला सुनीता अनीता सुरेंद्र कुमार तिवारी लक्ष्मी प्रसाद रामदीन अजय राज गजेंद्र धर्मेंद्र साहब सिंह कमलापत प्रीतम पन्नालाल लक्ष्मी प्रसाद बब्बू तिवारी हरीपत मुन्नालाल सियाराम सूरज मनीष लाल सिंह अहिरवार गजेंद्र सिंह यादव किशोरी लाल यादव प्यारेलाल बेधड़क शेखर राज बडोनिया शिव नारायण सिंह परिहार रामाधार निषाद हरीश चंद्र मिश्रा नंदराम सिंह खंगार सतेंद्र भदोरिया बिहारी सिंह तोमर के के सोनी सहित सैकड़ों किसान महिलाएं उपस्थित रहे।