आदर्श नगर पंचायत गरौठा के नवनिर्मित बस स्टैंड का मुख्य द्वार चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट
गरौठा झांसी।। आदर्श नगर पंचायत गरौठा के निर्माण कार्यों की खुली पोल नगर पंचायत अध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी
एवं नगर पंचायत के बाबुओं पार्षदों व ठेकेदारों ने कमीशन लेकर लगाई निर्माण में घटिया सामग्री जिससे आज बस स्टैंड का छज्जा खोलते समय मजदूर बाल बाल बचे आदर्श नगर पंचायत गरौठा के नवनिर्मित बस स्टैंड का मुख्य द्वार चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट गरौठा में नगर पंचायत के द्वारा नवनिर्मित बस स्टैंड में बनाए जा रहे मुख्य द्वार में गुणवत्ता विहीन मैटेरियल गुणवत्ता विहीन कार्य होने से भरभरा कर गिर गया मुख्य द्वार मुश्किल से मजदूरों ने भागकर बचाई अपनी जान बताया जा रहा है कि बस स्टैंड के मुख्य द्वार का निर्माण हो रहा था जिसका आज मजदूरों के द्वारा छज्जा खोला जा रहा था कि उसी समय मुख्य द्वार भरभरा कर नीचे गिर गया ऐसा लगता है कि इसी तरह गाजियाबाद नोएडा में जो श्मशान घाट की छत गिरी थी जिससे कई लोगों की जान गई थी कहीं गरौठा नगर पंचायत में ना हो जाए क्योंकि कमीशन खोरी के आगे गुणवत्ता विहीन कार्य कराया जा रहा है वहीं कस्बा के लोगों ने शासन प्रशासन से इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। कोई देखने वाला नहीं है इस संबंध में गरौठा ई. ओ से बात की गई ई. ओ अपनी बात को टालमटोल करते नजर आए अब देखना यह है कि ठेकेदार पर क्या कार्यवाही प्रशासन के द्वारा होती है या यूं ही कमीशन खोरी के आगे नगर का विकास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा। वही नगर पंचायत अध्यक्ष से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष ने फोन रिसीव करना मुनासिव नहीं समझा अब देखना है इसमें क्या कार्यवाही होती है वहीं दूसरी ओर गोपनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया गया है कि ब्लैक लिस्टेड ठेकेदारों को काम दिया गया क्योंकि ठेकेदारों के द्वारा मोटा कमीशन नगर पंचायत के आला अधिकारी को देकर काम किया जा रहा जो आज भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
वहीं आदर्श नगर पंचायत गरौठा द्वारा पीडब्ल्यूडी की जमीन में अवैध तरीके से निर्माण किया जा रहा है।
नगर पंचायत की दुकानों का आवंटन नियमानुसार नगर पंचायत में होना चाहिए पहली बार नगर पंचायत के अधिकारी बाबुओं एवं पार्षदों ने मिलकर दुकानों की बोली नगर पंचायत अध्यक्ष के घर से बोली बुलवाकर अपने चहेतों को दुकानें गुप्त में आवंटित कर दीं दूसरी बार एक बाबू के घर पर बोली बुलवाकर कुछ दुकानों का आवंटन कर दिया गया है।