झांसी। पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में चल रही विजिलेंस जांच को लेकर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसी क्रम में आज दीपनारायण सिंह ने आज अपने कार्यालय पर एक पत्रकार वार्ता की। पत्रकारों को बताते हुए उन्होंने कहा कि विजिलेंस जांच सिर्फ और सिर्फ राजनैतिक षड्यंत्र का एक हिस्सा है। साढ़े चार साल में वर्तमान विधायक ने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया। उनकी जमीन खिसक चुकी है। इसीलिए अब वह तमाम जांच एजेंसियों का सहारा लेकर उनकी छवि धूमिल करने पर उतर आए हैं।
बालू घाटों से हिस्सा लेते हैं भाजपा विधायक जवाहर राजपूत - दीपक
पूर्व विधायक ने दावा करते हुए कहा कि गरौठा विधानसभा में जितने भी बालू के घाट हैं। सभी से भाजपा विधायक ने हिस्सा लिया है। पहले तो यह शिकायत करते हैं, और फिर उसी से शिकायत बापस लेने के नाम पर अपनी हिस्सेदारी सेट करते हैं। उन्होंने यह तक कहा कि मेरे यह आरोप यदि गलत साबित करदें तो राजनीति छोड़ दूंगा।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में चल रही विजिलेंस जांच को लेकर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यदि वास्तव में विजिलेंस की जांच चल रही है, तो इसकी गोपनीयता क्यों भंग हो रही है? सबको पता है कि विजिलेंस की जांच गोपनीय तरीके से होती है। जिसकी जांच हो रही होती है उसको भी पता नहीं चलता कि उसकी जांच चल रही है। फिर इसकी खबरें अखबारों में कैसे प्रकाशित हो रही है? जाहिर है यह सब कुछ राजनीतिक षड्यंत्र है, चुनाव नजदीक आ रहे हैं यही कारण है की विजिलेंस जांच के नाम पर उनकी छवि बिगाड़ी जा रही है। ताकि जनता को गुमराह किया जा सके।
पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास उनकी कमाई की एक-एक पाई का हिसाब किताब है वह किसी भी सरकारी जांच एजेंसी का पूरा सहयोग करने का तैयार है। इसके पहले भी कई जांच होनी है मैंने हमेशा से ही हर जांच में सहयोग किया।