गुरसरांय (झांसी)। कस्बा गुरसरांय से लेकर पूरे क्षेत्र में और टहरौली तहसील क्षेत्र से लेकर एरच क्षेत्र में गुरसरांय से गांजा अफीम चरस जैसी मादक नशीले पदार्थों की प्रशासन से बेखौफ धड़ल्ले से बिक्री हो रही है और जिसके चलते युवा पीढ़ी मैं नशे की लत बढ़ती जा रही है. और इस कारोबार में मुनाफाखोर माफियाओं की बल्ले बल्ले हो रही है।
गुरसरांय कस्बे में बस स्टैंड से लेकर मऊ रोड स्थित रिलायंस पम्प के आस पास मोदी चौराहे के आसपास होटल ढाबा और बस स्टैंड भांग की दुकान के आस पास एरच रोड मंडी रोड मड़ोरी एचडी हॉस्पिटल तिगैला के आस पास से लेकर यहां से पूरे क्षेत्र टहरौली एरच ककरवार्इ गरौठा और पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से मादक वस्तुओं की बिक्री हो रही है। यह बिक्री ऐसा नहीं कि संबंधित विभाग से लेकर स्थानीय प्रशासन को जानकारी ना हो। इसके बावजूद भी खुल्लम खुल्ला बिक रहा है। कहीं ना कहीं इस अवैध कारोबार से जो मोटी कमाई हो रही है। उसमें प्रशासन का भी कुछ ना कुछ हिस्सा होता है।
ऐसा प्रतीत हो रहा है अथवा अभी तक इन तस्करो को अभी तक जेल के सीखचों के पीछे देखा जा सकता था। लेकिन प्रशासन द्वारा कार्यवाही ना करना लग रहा है। इन तस्करों को कहीं ना कहीं संरक्षण मिल रहा है, और पूरे क्षेत्र में युवा पीढ़ी को जिनके हाथ में बेहतर शिक्षा बेहतर रोजगार होना चाहिए उनको नशे की लत से जिनकी जिंदगीया पूरी तरह अंधकार में हो रही हैं
जबकि इस कारोबार में लगे लोग दिनों दिन करोड़पति होते जा रहे हैं वही शासन की छवि को ऐसे लोग धूबल कर रहे हैं ऐसे गांजा अफीम आदि मादक बेचने वाले तस्करों का नेटवर्क मोबाइल के द्वारा संचालित होता है। और ऑनलाइन माल सप्लाई भी होता है। इसमें कुछ नशा की लत लग चुके युवा कारोबार में सलग्न रहते है।तो कुछ लोगों की आर्थिक मजबूरियों का फायदा उठाकर मुख्य कर्ताधर्ता इनसे काम कराते है। और गांव का नाम तक बाइकों के द्वारा मादक पदार्थों की सप्लाई होती है। तो कुछ लोग गुरसरांय से ही सीधे-सीधे डिलीवरी गोपनीय तौर से करते देखे जाते हैं। इस प्रकार यह नशा कारोबार पूरे क्षेत्र के युवाओं को नशे की लत में जकड़ कर उनका आर्थिक से लेकर सामाजिक परिवारिक स्वास्थ्य पूरी तरह जीवन स्थर चौपट किए हुए हैं।
कस्बे से लेकर क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर शासन से इस संबंध में बड़ी कार्यवाही की पहल की है। ताकि इस अवैध कारोबार का नेटवर्क ध्वस्त कर ऐसे करने वालों को सीखचों के भीतर कड़ी कार्रवाई कर भेजा जाए ताकि युवाओं का भविष्य और उनसे जुड़े परिवारों को बचाया जा सके साथ ही सरकार की छवि धूमिल करने वाले लोग उजागर हो सके।