गुरसरांय (झांसी) । रहने को घर नही, सोने को बिस्तर नही, पहनने को कपड़े नही, खाने के लिए भोजन नही, यह बाते एक बूढ़ी दुखियारी औरत पर सटीक साबित हो रही है । भीषण सर्दी के सितम से एक ओर जहां लोग गरम कपड़ो में लिपटे हुए रहते हैं। वहीं। एक बूढ़ी दुखियारी औरत भीषण सर्दी में गुरसरांय कस्बे के ... Read More »